1. सन माइक्रोसिस्टम में जेम्स गॉस्लिंग ने इसे ग्रीन प्रोजेक्टके अंश के रूप में डेवलप किया.
2. इसे पहले ओक नाम दिया गया था और बाद में इसका नाम जावा पड़ा.
3. बीते कई साल में इस लैंग्वेज ने कई बदलाव देखे. अब इसे कॉमर्शियल, ई-कॉमर्स वेबसाइट, एंड्रॉयड एप, फाइनेंशियल सर्विस इंडस्ट्री में सर्वर एप और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में इस्तेमाल किया जा रहा है.
4. इसे सबसे सुरक्षित और पोर्टेबल लैंग्वेज में से एक माना जाता है.
5. दुनिया भर में 90 लाख जावा डेवलपर हैं और इस पर चलने वाले मोबाइलों की संख्या 3 अरब से ज्यादा है.