ये कहना गलत नहीं होगा की एंड्राइड ने मार्केट को डोमिनेट कर रखा हे।

पर Android के बारे में कुछ ऐसी बाते हे जो Android यूजर को जाननी जरुरी हे।

1). एंड्राइड को गूगल ने नहीं बनाया
एंड्रॉइड को Andy Rubin, Chris White, Nick Sears and Rich Miner ने the umbrella Android Inc. कंपनी के तहत बनाया था। ये करीब ऑक्टोम्बर 2003 में बनाया गया था। बाद में गूगल ने Android को अगस्त 2005 में $50 मिलियन में खरीद लिया।

2). गूगल Androidड 2007 में लॉन्च हुआ गूगल ने ऑफिशली Android को नवेम्बर 2007 को लॉन्च किया। एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को कैमरा के किये बनाया गया था पर गूगल ने फ़ोन्स के यूजर को देखते हुऐ इसमें कई फीचर डाले जो आप अब देख सकते हे। गूगल ने जाना की इस ऑपरेटिंग सिस्टम की वजह से स्मार्टफोन्स को एक कदम आगे ले जायेगा।
3). ANdroid को डिजिटल कैमरा के बनाया गया था

एंड्रॉयड को डिजिटल कैमरा के बनाया गया था एंड्राइड को डिजिटल कैमरा के लिए बनाया गया था पर गूगल ने बाद में अपना फोकस स्मार्टफोन्स की तरफ लगा दिया। एंड्राइड स्मार्ट फ़ोन्स के लिए रेवोल्यूशन साबित हुआ, इसे सभी लोगो ने स्वीकार किया और ये इजी अवेलेबल भी था।

4). HTC ड्रीम- पहला एंड्राइड स्मार्टफोन

एंड्राइड ओएस पर चलने वाला एचटीसी ड्रीम पहला स्मार्टफोन था। एचटीसी ड्रीम को ऑक्टोम्बर 2008 को लॉन्च किया गया था। फ़ोन में लिनक्स बेस्ड एंड्राइड सिस्टम थी। उसमे एंड्राइड का 1.0 वर्ज़न था जो 1.9 में अपडेट हो सकता था। तब एंड्राइड ओएस वाले एचटीसी ड्रीम को काम फंक्शन और नोकिया सिम्बियन के सॉफ्टवेर के कंपेर में बढ़िया नहीं था।

5). एंड्राइड के 1 बिलियन से ज्यादा यूज़र्स

गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई ने कहा की 190 कन्ट्री में 1 बिलियन से ज्यादा यूजर हे। ये किसी भी स्मार्टफोन्स में सबसे ज्यादा इनस्टॉल होने वाला प्लेटफार्म हे जो प्रति दिन मिलियन यूजर के साथ बढ़ता जा रहा हे।

6). एंड्राइड ओएस के नाम

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एंड्राइड वर्ज़न में 1.0 और 1.1 को बाद कर दिया जाये तो सभी नाम स्वीट और डेजर्ट पर से रखे जाते हे। ये सभी नाम अल्फाबेटिकली सेलेक्ट होते हे। कसी वर्ज़न के साथ और वर्ज़न हे और कुछ अकेले एक ही हे। एंड्राइड के डिफरेंट नाम:

कपकेक:
एंड्राइड1.5

डोनट:
एंड्राइड 1.6

एक्लेयर:
एंड्राइड 2.0
एंड्राइड 2.1

फ्रोयो:
एंड्राइड 2.2

जिंजरब्रेड:
एंड्राइड 2.3

हनीकांब:

एंड्राइड 3.0
एंड्राइड 3.1
एंड्राइड 3.2

आइसक्रीम सैंडविच:

एंड्राइड 4.0

जेली बीन:
एंड्राइड 4.1
एंड्राइड 4.2
एंड्राइड 4.3

किटकैट:
एंड्राइड 4.4

लोलीपोप :
एंड्राइड 5.0
एंड्राइड 5.1

मार्शमैलौ
एंड्राइड 6.0

7). एंड्रॉयड नाम अल्फाबेटिकली

एंड्राइड वर्ज़न को अल्फाबेटिकली ऑर्डर में नाम रखे गए हे। और उसके उपडेट्स को भी ऐसे ही रकग गया हे। पर कई यूज़र्स ये बात जानते नहीं होंगे।

1. A for एस्ट्रो (1.0)
2. B for बेंडर (1.1)
3. C for कपकेक (1.5)
4. D for डोनट (1.6)
5. E for एक्लेयर (2.0)
6. F for फ्रोयो (2.2.x)
7. G for जिंजरब्रेड (2.3.x)
8. H for हनीकांब (3.x)
9. I for आइसक्रीम सैंडविच (4.0.x)
10. J for जेलीबीन (4.3)
11. K for किटकैट(4.4)
12. L for लोलीपोप (5.0)
13. M for मार्शमैलौ (6.0)

8).ओपन सोर्स मार्केट

ऍप्स डिस्ट्रीब्यूट के लिए
गूगल ओपन हैंडसेट अलायन्स के तहत यूजर और इंटरेस्टेड पार्टी को ऑपरेटिंग सिस्टम के सोर्स कोड को मॉडिफाई करने की सुविधा देता हे। एंड्राइड ऍप्स डेवलपर को अच्छी ऍप्लिकेशन्स का पूरा एडवानटेजिस जो हैंडसेट ऑफर कर रहा हे उसके लिए ग्राउंड बिड करता हे। ये प्लेटफार्म डेवलोपर कम्युनिटी के लिए इनोवेटिव ऍप्लिकेशन्स तैयार होने की लिए लगातार काम करता हे। ये यूज़र्स और स्मार्टफोन्स मन्युफॅकचर्स को ऑपरेटिंग सिस्टम में फ्लेक्सिबिटी के लिए अलाउड करता हे।

9). एंड्राइड ओपन सोर्स

गूगल स्मार्टफोन मेकर्स को इस ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बिना पेमेंट के लाइसेंस देता हे, ये बड़ा एडवांटेज हे। इससे एंड्राइड यूजर को न्यू अट्रैक्टिव ऍप्स के लिए यूज़र्स एंड्राइड ज्यादा पसंद करते हे।

ANDROID

10). एंड्राइड गूगल का कमाई का जरिया

गूगल स्मार्टफोन मैन्युफेक्चरिंग को एंड्राइड ओपन सोर्स प्रदान करता हे इसलिए गूगल का एइम मोबाइल एडवरताइस में टॉप होने का हे। गूगल सबसे ज्यादा कमाई ऐडवर्टाइस के जरिये कमाता हे। गूगल ने ओएस और एडवर्टाइस में मार्केट को डोमिनेट कर रखा हे।

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